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डोरोथी सीट

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टिफिन टॉप पर 2,292 मीटर की ऊंचाई पर  अयारपट्टा पहाड़ी  पर स्थित,  डोरोथी सीट अंग्रेजी कलाकार डोरोथी केलेट  की स्मृति में योगदान करने के लिए बनाया गया था।  एक विमान दुर्घटना में उसकी मृत्यु हो गई थी, उसके पति ने अपनी प्यारी पत्नी के लिए निर्माण किया है।  उन्होंने एक स्मारक बनाने के लिए  एक पत्थर का बना पिकनिक पर्च   चुना है, जिसे एक ऐसे व्यक्ति के लिए सबसे अच्छा स्थान माना जाता है जो अपने दोस्तों और परिवार के साथ पिकनिक स्थल पर समय बिताना पसंद करता है।

उत्तराखंड के प्रमुख व्यक्तित्व पहली किश्त

1. कालू महरा – प्रथम स्वतंत्रता सेनानी जन्म समय -1831 जन्म स्थान - विसुड़ गांव,लोहाघाट,चम्पावत विशिष्ट कार्य- 1857में क्रांतिवीर संगठन का निर्माण । मृत्यु- सन 1906 2. बद्रीदत्त पाण्डे -कुर्मांचल केसरी जन्म- 15 फरवरी 1882 जन्म स्थान- कनखल, हरिद्वार । मूल निवासी अल्मोड़ा विशिष्ट कार्य- 1913 से अल्मोड़ा अखबार के संपादक 1918 में प्रतिबन्धित, इसके बाद अल्मोड़ा से शक्ति साप्ताहिक का प्रकाशन। कुली उतार, कुली बेगार व कुली बर्दायश आदि का विरोध । दो स्वर्ण पदक मिले जिन्हे उन्होने 1962 भारत-चीन युद्ध के समय देश के सुरक्षा कोष में दिये। मृत्यु- 13 जनवरी 1995 3. हरगोविन्द पंत -अल्मोड़ा कांग्रेस की रीढ़। जन्म- 19 मई 1885 जन्म स्थान- चितई गांव , अल्मोड़ा। वशिष्ट कार्य - कुलीन ब्राह्मणो द्वारा हल न चलाने की प्रथा को 1928 बागेश्वर को स्वयं हल चला कर तोड़ा। मृत्यु- सन् 1957 4. बैरिस्टर मुकुन्दीलाल जन्म- 14 अक्टूबर 1885 जन्म स्थान- पाटली गांव ,चमोली विशिष्ट कार्य- मौलाराम के चित्रों को खेाजकर उन्हें कला जगत में शिखर पर पहुंचाया 1969 में प्रकाशित उनकी पुस्तक गढ़वाल पेंटि

उत्तराखंड के प्रमुख प्राचीन व्यापारिक केंद्र

1. बाड़ाहाट- वर्तमान उत्तरकाशी           🔤ℹ️  गंगोत्री धाम का मुख्य पड़ाव।             🔤ℹ️  हुणदेश से नमक का आयात होता है। 2 . कालसी- जौनसार-बावर से इमारती लकड़ी तथा अन्य कृषि उत्पादों की बिक्री का केंद्र। 3. हरिद्वार- सम्पूर्ण पहाड़ी क्षेत्रों का मुख्य बाजार          🔤ℹ️ गोरखा काल में दास बिक्री का केंद्र          🔤ℹ️          🔤ℹ️ 4. लालढांग- श्रीनगर जाने वाले पैदल मार्ग पर बनी चौकी, व्यापारिक सामग्री का परिवहन केंद्र।         🔤ℹ️ 5. खोहद्वार- नजीबाबाद के आगे एक छोटा गाँव लकड़ी के फाटक लगे हुए थे, जो गढ़वाल से होने वाले मैदानी व्यापार का मुख्य केंद्र था। 6. डाडा-मंडी- गुड़, चना और गाढ़े के कपड़े हेतु प्रसिद्ध।          🔤ℹ️ वर्तमान पौड़ी में। मकर संक्रांति पर लगने वाले मेले में मुख्य व्यापार होता था।          🔤ℹ️ 7. चिल्कीया- रामनगर के निकट, रामनगर बसने से पूर्व महत्वपूर्ण मंडी यही थी।          🔤ℹ️ 8. कालाढूंगी- हल्द्वानी मंडी से पूर्व प्रसिद्द भाबर की मंडी।         🔤ℹ️ 9. बमौरी- तीस या चालीस झोपड़ियों से युक्त एक गाँव        🔤ℹ️ शीत ऋतु में पर्वतीय लोग क्रय-

उत्तराखंड वन आधारित विशेष प्रश्न

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