संदेश

मार्च 24, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

सोर के बम-

सोर के बम- ★ सूर्यवंशीय क्षत्रिय  जो नेपाल से आगत थे। ★ सोर के बम राजा डोटी के राजाओं के परिवार की कनिष्क शाखा के सदस्य माने जाते हैं। (सीरा के रैका भी) ★ वर्तमान महाविद्यालय एवं राजकीय इंटर कॉलेज परिसर को घुड़साल कहा जाता था, जो सम्भवतः बम शासकों का अस्तबल था। 【इस स्थान को घुड़साल नाम से जाना जाता था】 ★ पपदेव गाँव के समीप उच्चकोट का टीला तत्कालीन किसी किले का अवशेष प्रतीत होता है। (आज भी जन्म  पत्री इत्यादि में क्षेत्र का जिक्र "उच्चकोट समीपे " के रूप में होता है। उच्चाकोट से संलग्न पर्वत श्रृंखला का अंतिम शिखर उदयपुर कहलाता है जहां कोट के अवशेष अभी तक मौजूद है। ★  विजय बम तथा ज्ञानचन्द का सेलौनी ताम्रपत्र- 1420 ई0 का। इससे ज्ञात होता है कि 1420 तक सोर का शासक विजयबम था किन्तु इसके पश्चात चन्दो के अधीन आया। किन्तु सत्ता संघर्ष यथावत रहा। ★ सौर के वास्तविक निर्माता बम शासकों को ही माना जाता है। (सौर नाम का प्रचलन भी उन्हीं की देन है)  नामोत्पत्ति सम्बन्धी विवरण इतिहास वाले खण्ड में देखें। ★ प्रथम बम राजा कराकील बम था। ★ अंतिम शासक-हरिबम ★ उदयपुर का अव
क्रेन्क रिज- नारायण तिवाड़ी देवाल से दीनापानी तक का (कसार देवी मन्दिर वाला) क्षेत्र जहाँ मशहूर अमेरिकी मनोवैज्ञानिक तिमोथी फ्रैंसिस लेरी निवासित रहे, अचानक वो इन पहाड़ों पर दौड़ते हुए दिखाई देते थे। क्रेन्की शब्द का अर्थ होता है सनकी अतः उनकी सनक के कारण ही इस क्षेत्र को क्रेन्क रिज कहा जाता है। इसके अतिरिक्त इसे हिप्पी हिल नाम से भी जाना जाता है. हिप्पी हिल - इस नाम का सम्बन्ध 1960 के दशक में हुए हिप्पी आंदोलन से है, उक्त कसार देवी क्षेत्र में विदेशी लोगों का अधिवास बहुत बढ़ गया। 1960-70 के दशक में अमेरिका से शुरू हुए इस हिप्पी आंदोलन का का प्रभाव उत्तराखंड में मात्र इसी क्षेत्र में देखने को मिला।        【 हिप्पी आंदोलन 】◆ हिप्पी शब्द हिप्टर से बना है जिसका अर्थ होता है- परम्पराओं का विरोध करने वाले लोग. ये सांस्कृतिक विरोधी और मनोविकृति धुनों को सुनने वाले लोगों का समूह था जिन्होंने यौन क्रांति को अंगीकार किया. उक्त विचार के लोगों के बसने से क्षेत्र का नाम हिप्पी हिल पड़ा