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मई, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

राज्य के विविध दिवस

1. राज्य जल दिवस- 25 मई 2. हरियाली दिवस- 5 जुलाई 3. वृक्षोरोपण दिवस- 25 जुलाई  (श्रीदेव सुमन की स्मृति में) 4. राज्य में प्रेरणा दिवस- 12 अगस्त  (नरेन्द्र नेगी जन्मदिवस) 5. कुमाऊंनी भाषा दिवस- 1 सितम्बर (2018 से शुरु) 6. गढ़वाली भाषा दिवस- 2 सितम्बर (2018 से शुरु) 7. हिमालय दिवस - 9 सितम्बर (2014 से शुरु)          8. उत्तराखण्ड गौरव दिवस -10 सितम्बर (गोविन्दबल्लभ पंत जन्मदिवस) 9. जागर संरक्षण दिवस- 17 सितम्बर (प्रीतम भरतवाण जन्मदिवस) 10.उत्तराखण्ड साहित्य दिवस- 19 सितम्बर ( हरिदत्त भट्ट पुण्यतिथि) 11. लोक संस्कृति दिवस- 24 दिसम्बर (इन्द्रमणि बड़ौनी जन्मदिवस) 12. राज्य में मत्स्य दिवस- 10 जुलाई उत्तराखण्ड ज्ञानकोष जनपद दर्पण से उद्धरित

थारू जनजाति Part-1

थारू जनजाति की विशेषता – थारू जनजाति को सन 1967 में भारत सरकार द्वारा अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिया गया था. थारू जनजाति के अंतर्गत 7 उपसमूह आते हैं राणा(थारू),बुक्सा, गडौरा, गिरनामा, जुगिया दुगौरा, सौसा, एवं पसिया. इन जनजातीय समुदायों के 12 गाँव उधमसिंह नगर जिले में हैं. थारू जनजाति के लोग स्वयं को थार भूमि का मूल निवासी मानते हैं. थारू जनजातीय लोगों ने उधमसिंह नगर जिले में अपने राजाओं के नाम से 12 गांवों को बसाया था. जिनमें से प्रमुख हैं सिसौदिया राजा के नाम से सिसौना गाँव, रतन सिंह के नाम से रतनपुर इसी प्रकार से पूरनपुर, प्रतापपुर, वीरपुर आदि गाँव इन जनजातीय लोगों ने बसाए. आजादी से पूर्व जनसमाज में थारु के स्थान पर और सन 1950-55 तक इनके लिए थरूआ शब्द का प्रयोग होता था। स्वयं थारू भी अपने लिए थरूआ और थरूनिया शब्द का प्रयोग करते थे। इन पंक्तियों का लेखक स्वयं इस क्षेत्र में 1950 से लगातार रह रहा है और इस जनजाति के जो भारतीय क्षेत्र में रहती है, के बहुत सन्निकट रहा है। चूंकि नेपाल भी सीमावर्ती क्षेत्र है, इसलिए उस क्षेत्र के थारूओं से भी निकट का परिचय स्वाभाविक है। इस लिए किसी अन्