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Oneliner उत्तराखंड।

1. लोककला नात सम्बंधित है..? ⛔ रसोई में की जाने वाली चित्रकला। 2. गंगोलीहाट की स्थापना..? ⛔ ललितसुर देव के पुत्र, सुजनदेव द्वारा 3. रांथी झरना स्थित है...? ⛔ धारचूला 4. श्री दरबार साहिब देहरादून के प्रथम महंत थे..? ⛔ श्री ओद दास जी 5. वन बंदोबस्त 1929 के सृजनकर्ता थे...? ⛔ पद्यम दत्त रतूड़ी 6. वीर केशरी चन्द को लाल किले में फाँसी कब दी गयी...? ⛔ 3 मई, 1945 7. वृद्ध केदार मन्दिर किन नदियों के संगम पर स्थित है...? ⛔ अल्मोड़ा में रामगंगा और बिनो नदियों के संगम पर * उत्तराखंड ज्ञानकोष *

10 प्रश्न उत्तराखंड

कई दिन हुए प्रश्नोत्तरी किये- 1. बाजपुर का पुराना नाम...? ⛔ मुडिया 2. लछमिना & कपीना बाग किस शासक ने बनवाये..? ⛔ रुद्रचन्द 3. निजमुला घाटी..? ⛔ चमोली 4. किमसेण झरना कहाँ स्थित है...? ⛔ धारचूला 5. सस्त्रबाहु कुंड कहाँ है..? ⛔ बड़कोट, उत्तरकाशी 6. शंकराचार्य के शिष्य जो उनके बाद ज्योतिर्मठ के स्वामी बने..? ⛔ तोटकाचार्य स्वामी 7. जलियावाला बाग के अवसर पर उत्तराखंड में लगने वाला मेला..? ⛔ थल मेला (13 अप्रैल,1940 से शुरू) 8. गुरू राम राय का देहरादून आगमन वर्ष..? ⛔ 1675 9. वह दर्रा जिससे होकर तैमूर ने देहरादून में आक्रमण किया था..? ⛔  मोहंड दर्रा 10. कटोलगड़ का किला कहाँ है..? ⛔ चम्पावत (सबसे प्राचीन) * एकमात्र श्रोत- उत्तराखंड ज्ञानकोष *

उत्तराखंड के लेखक और उनकी प्रमुख पुस्तकें- भाग-1

1. यशोधर मठपाल-: ★ सेंट्रल इंडिया 1984 ★ प्री-हिस्टॉरिक रॉक पेंटिंग ऑफ भीमबेटका ★ रॉक आर्ट इन कुमाऊँ हिमालया ★ कुमाऊँ की चित्रकला ★ रॉक जेर्ट ऑफ केरला 2. डॉ. सतीश चंद्र काला-: ★ भारहुत वेदिका ★ सिंधु सभ्यता ★ भारतीय मृतिका कला ★ यूरोप और उसके संग्रहालय 3.  एडवर्ड जेम्स कॉर्बेट-: ★ मैन ईटर्स ऑफ कुमाऊँ(1944) ★ मैन ईटिंग लेपर्ड ऑफ रुद्रप्रयाग ★ द टेम्पल टाइगर ★ माय इंडिया ★ जंगल लोर ★ ट्री टॉप (अंतिम पुस्तक) 4. शैलेश मटियानी-: ★ कुमाऊँ की लोककथाएं ★ अल्मोड़ा ★ चम्पावत ★ तराई की लोककथाएँ ★ बोरीवली से बोरीबंदर तक ★ हौलदार ★ कमीने ★ दो बूंद जल ★ एक मुट्ठी सरसों ★ डेरे वाले ★ माया सरोवर ★ जयमाला ★ मुठभेड़ ★ मुख सरोवर के हंस ★ किसके राम कैसे राम ★ कागज की नाव ★ चिट्ठिरसैन ★ महाभोज ★ नाच मयूरे नाच ★ जंगल मे मंगल ★ तीसरा सुख 5. गिरिराज शाह-: ★ फूलों की घाटी ★ उत्तराखंड की सन्त परम्परा ★ उत्तराखंड- आर्य संस्कृति का मूल स्रोत ★ इंडियन पुलिस ★ गलिमपर्स ऑफ इंडियन क्लचर ★ इंडिया रेडिस्कवर्ड ★ इनसाइक्लोपीडिया ऑफ वीमेन स्टडीज 6. रस्किन बांड-: ★ द रूम ऑफ द

मन्दिरों से जुड़े कुछ प्रश्न.

1. दंगलेश्वर महादेव मंदिर- सतपुली पौड़ी। (नयार नदी के तट पर) 2. नयार नदी का पौराणिक नाम- नावालिका नदी 3. खैरालिंग महादेव- पौड़ी (इन्हें मुंडेश्वर महादेव भी कहा जाता है, खैर के रंग का शिव लिंग है अतः इसे खैरालिंग जबकि जिस पर्वत पर यह मंदिर है वो मुंड के आकार का है अतः मुंडेश्वर महादेव कहा जाता है। मालूम हो कि यह धवड़िया देवता को समर्पित है। खैरालिंग के तीन भाई एक बहन हैं मानी जाती है- ताड़केश्वर महादेव, एकेश्वर महादेव तथा विंदेश्वर(विनसर) महादेव भाई जबकि काली को बहन के रूप में पूजा जाता है। सम्पूर्ण स्रोत- उत्तराखंड टेम्पल

Oneiner उत्तराखंड

©|}◆ सोल घाटी- चमोली ©|}◆ अल्मोड़ा डिबेटिंग क्लब की स्थापना- 1870 भीमसेन (चंदवंशीय) ©|}◆ उत्तराखंड में प्रथम व्यक्तिगत सत्याग्रही- जगमोहन सिंह नेगी (पौड़ी) ©ध्यातव्य हो कि राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम व्यक्तिगत सत्याग्रही-विनोबा भावे, द्वितीय-नेहरू तथा तृतीय- ब्रह्मदत्त थे।© ©|}◆ उत्तराखंड में पुरातत्व का जन्मदाता- हैनवुड ©|}◆ 'गाँव बचाओ' आन्दोलन :-- डॉ. अनिल जोशी (इनका सबन्ध कोटद्वार,पौड़ी) इन्हें 2006 में पदम् श्री दिया गया। ©|}◆ मनणा बुग्याल :-- रुद्रप्रयाग ©|}◆ शहीद दुर्गामल योगा पार्क- गढ़ीकेंट (देहरादून) ©|}◆ हाल ही में रेनू सती को पेटीएम का सी.ई.ओ बनाया गया है उनका सबन्ध किस जिले से है :-- चमोली

उत्तराखंड 10 प्रश्न

©[}◆ गढ़वाल का पहला संगठन- गढ़वाल यनियन, 1901 देहरादून में तारा दत्त गैरोला, गिरिजा शंकर गैरोला द्वारा। ©[}◆ कुमाऊं में प्रथम गोरखा सूबेदार- जोगा मल्ल ©[}◆ श्रीदेव सुमन का वास्तविक तथा साहित्यिक नाम- क्रमश: श्री दत्त बड़ौनी & सुमन सौरभ ©[}◆ कुमाऊँ केशरी बद्री दत्त पांडेय का जन्मस्थान- कनखल, हरिद्वार ©[}◆ खतलिंग ग्लेशियर की खोज का श्रेय- इंद्रमणि बड़ौनी को (केदार नर्तक भी थे इन्हें उत्तराखंड का गांधी कहा जाता हैं) ©[}◆ भुवनेश्वरी महिला आश्रम के वर्तमान प्रमुख- सिरिल रैफियल (इस बार NT मुख्य परीक्षा में भी पूछा गया था इन पर 25 शब्दों के लिखने को) ©[}◆ उरेडा (UREDA) की स्थापना हुई- 2001(मुख्यालय-अल्मोड़ा) ©[}◆ THDC का मुख्यालय- ऋषिकेश ©[}◆ शिव की संग्राहक मूर्ति पाई गई हैं- लाखामण्डल (इसके अलावा यहां से गणेश की मोर पर सवार मूर्ति भी प्राप्त हुई हैं) ©[}◆ टिहरी बांध से उत्तराखण्ड को प्राप्त रॉयल्टी प्रतिशत- 12%

लोक निर्माण विभाग की योजनाएं

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उत्तराखंड oneliner

प्रश्न.1- पंडिकेश्वर ताम्रपत्रों में उल्लिखित तंगणपुर की वर्तमान स्थिति- मुनस्यारी प्रश्न.2- बघागागण का युद्ध- 1581, बलभद्रशाह तथा रुद्रचन्द के सेनापति पुरुषोत्तम पन्त के मध्य। प्रश्न.3- कुमाऊँ में मोटर यातायात की शरुआत- 1915, नैनीताल से काठगोदाम के मध्य प्रश्न.4- ट्रेल द्वारा कुमाऊँ को बांटा गया- 26 परगनों में प्रश्न.5- चानमारी क्या था- 1857 विद्रोह के समय विद्रोहियों को ऊँची पहाड़ियों से नदी में धकेल देना। {वर्तमान में चम्पावत जे निकट इसी कृत के कारण चूँकि कालू मेहरा के साथियों को गिराया गया था स्थान का नाम भी है।} प्रश्न.6- तराई-भाबर कुमाऊँ में शामिल किये गए- 1842 प्रश्न.7- इलाहाबाद हाइकोर्ट द्वारा कुली बेगार पर प्रतिबंध- 1904 में प्रश्न.8- The forest Problem of Kumaun पुस्तक के लेखक- पं. गोविंद बल्लभ पंत। प्रश्न.9- 1857 के विद्रोह के समय कुमाऊँ कमिश्नर- हेनरी रैम्जे(1856-1884) प्रश्न.10- उत्तराखंड में पूर्णतः दासता का अंत कब और किसने किया- 1836, कुमाऊँ कमिश्नर ले. जॉर्ज गोवन प्रश्न.11- कुली बेगार का सर्वप्रथम विरोध किया गया- 1840 लोहाघाट सैन्य छावनी में। प्रश्न.12- हि

कुछ प्रश।

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हस्तलिखित उत्तराखंड नोट्स

https://drive.google.com/file/d/1G8P3nw1O5etLNTQ_RS3nq_rMy0uyWQ1W/view?usp=drivesdk कमेंट में बताएँ जहां गलती के आसार हों।

उत्तराखंड ज्ञानकोष pdf-1

https://drive.google.com/file/d/1Jcoi16FzWaFgEaPeiMnTMKjQcABsyjEp/view?usp=drivesdk

उत्तराखंड ज्ञानकोष pdf-2

https://drive.google.com/file/d/1nPePM_Pa4MFk8KiEeb5onamo2mRBmKo7/view?usp=drivesdk

उत्तराखंड 5 महत्वपूर्ण प्रश्न।

1◆ वीर शहीद केशरी चन्द को फांसी की- 3 मई, 1945 लालकिले में दी गयी।         (अधिकतर जौनसारी साथी परिचित होंगे इनसे जो नहीं हैं उनके लिए पोस्ट लम्बी कर रहा थोड़ा सा-       © नवम्बर, 1920 में क्यावा में जन्में       © रॉयल इंडियन आर्मी में सुबेदार के पद पर भर्ती       © द्वितीय विश्व युद्ध मे जापानी सेना द्वारा बन्दी           बनाये गए तथा वहीं से आज़ाद हिंद फौज में            शामिल।       © महत्वपूर्ण कार्य 'इम्फाल पुल उड़ाया' अंग्रेजों के           हाथों बन्दी बनाये गए।      © इनके शब्द थे, "मेरे कफ़न के लिए खादी का प्रयोग किया जाए और कामना है कि देश को तुरंत आज़ादी मिले। जब भी पुनः जन्म मिले तो भारत में मिले ताकि देश सेवा के लिए फिर काम आ सकूँ।" 2◆ वन बन्दोबस्त 1929 के सृजनकार- पद्म दत्त रतूड़ी  (तत्कालीन वन अधिकारी)        आपको याद होगा इसका परिणाम रवाईं कांड था। वन बन्दोबस्त 1929 के कुछ महत्वपूर्ण और अवैधानिक बिंदुओं को जाने-         © पहाड़ों में प्रत्येक काश्तकार चार भेड़-बकरी, एक भैंस, 2 बैल और 1 गाय रख सकता था इस कानून के तहत। इससे अधिक होने पर निम्न दरों प

तीलू रौतेली (जॉन आर्क ऑफ गढ़वाल)

गढ़वाल की जॉन आर्क कही जाने वाली एक ऐसी वीरांगना जो केवल 15 वर्ष की उम्र में रणभूमि में कूद पड़ी थी और सात साल तक जिसने अपने दुश्मन राजाओं को छठी का दूध याद दिलाया था। गढ़वाल की इस वीरांगना का नाम था ‘तीलू रौतेली’। तीलू रौतेली का जन्म पौड़ी गढ़वाल के गुराड गाँव में हुआ था। उनके पिता का नाम भूपसिंह था, जो गढ़वाल नरेश के सेना में थे। तीलू रौतेली का जन्म कब हुआ। इसको लेकर कोई तिथि स्पष्ट नहीं है। लेकिन गढ़वाल में 8 अगस्त को उनकी जयंती मनायी जाती है और यह माना जाता है, कि उनका जन्म 8 अगस्त 1661 को हुआ था। उस समय गढ़वाल में पृथ्वीशाह का राज था। गढ़वाल के लोककथाओं के अनुसार गढ़वाल के राजा और कत्यूरी राजाओं के बीच युद्ध आम माना जाता था। तीलू रौतेली भगतू और पथ्वा की छोटी बहन थी, जिसने बचपन से ही तलवार और बंदूक चलाना सीख लिया था। छोटी उम्र में ही तीलू की सगाई ईड़ा के भुप्पा नेगी से तय कर दी गयी थी, लेकिन शादी होने से पहले ही उनका मंगेतर युद्ध में वीर गति का प्राप्त हो गया था। तीलू ने इसके बाद शादी नहीं करने का फैसला किया था। इस बीच कत्यूरीराजा धामशाही ने अपनी सेना को मजबूत किया और गढ़वाल पर हमला

रम्माण एक लोक संस्कृति

रम्माण क्या है रम्माण उत्सव उत्तराखंड के चमोली जिलेके सलूड़ गांव में प्रतिवर्ष अप्रैल में आयोजित होता है। इस गांव के अलावा डुंग्री, बरोशी, सेलंग गांवों में भी रम्माण का आयोजन किया जाता है। इसमें सलूड़ गांव का रम्माण ज्यादा लोकप्रिय है। इसका आयोजन सलूड़-डुंग्रा की संयुक्त पंचायत करती है। रम्माण मेला कभी 11 दिन तो कभी 13 दिन तक भी मनाया जाता है। यह विविध कार्यक्रमों, पूजा और अनुष्ठानों की एक श्रृंखला है। इसमें सामूहिक पूजा, देवयात्रा, लोकनाट्य, नृत्य, गायन, मेला आदि विविध रंगी आयोजन होते हैं। इसमें परम्परागत पूजा-अनुष्ठान तथा मनोरंजक कार्यक्रम भी आयोजित होते है। यह भूम्याल देवता के वार्षिक पूजा का अवसर भी होता है एवं परिवारों और ग्राम-क्षेत्र के देवताओं से भेंट करने का मौका भी होता है। रम्माण नाम की उत्पत्ति अंतिम दिन लोकशैली में रामायण के कुछ चुनिंदा प्रसंगों को प्रस्तुत किया जाता है। रामायण के इन प्रसंगों की प्रस्तुति के कारण यह सम्पूर्ण आयोजन रम्माण के नाम से जाना जाता है। इन प्रसंगों के साथ बीच-बीच में पौराणिक, ऐतिहासिक एवं मिथकीय चरित्रों तथा घटनाओं को मुखौटा नृत्य शैली के माध्

वन आरक्षी हेतु उत्तराखंड प्रश्नोत्तरी भाग-2

1. उत्तराखंड में वन व्यवस्था के लिए प्रथम प्रयास- कमिश्नर ट्रेल (1826) 2. पर्वतीय विकास परिषद- 17 मार्च, 1967 को उत्तर प्रदेश विधान मंडल द्वारा स्वीकृत 1970 में स्थापित 3. एटकिंसन के अनुसार कुमाऊँ का प्रथम वन संरक्षक - हेनरी रैम्जे 4. भाबर क्षेत्र के वन संरक्षित घोषित हुए- 1868 में 5. गोरखवाणी के लेखक- श्याम सिंह नेगी/पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल 6. कोसी का घटवार के लेखक- शेखर जोशी 7. पराशर गौड़ द्वारा जग्वाल(प्रतीक्षा) फ़िल्म बनाई गई- 1983 8. मेघा आ का निर्देशन काका शर्मा द्वारा- 1987 में (इस फ़िल्म के प्रोड्यूसर-एस. एस. बिष्ट थे) 9. गैंठीछेड़ा योजना सितोनस्यु पौड़ी। 10. मरोड़ा परियोजना- नयार नदी 11. पर्वतीय क्षेत्र की सींचित भूमि का नाम- सेरा 12. भारत सरकार द्वारा वन विभाग की स्थापना- 1864 13. कुमाऊँ-गढ़वाल के वन, वन विभाग को समर्पित किए गए- 1868 14. वन विभाग को इम्पीरियल(केंद्रीय) से प्रांतीय विभाग बनाया गया- 1882 15. इंडियन फारेस्ट एक्ट- 1865

वन आरक्षी हेतु उत्तराखंड प्रश्नोत्तरी भाग-1

1. राष्ट्रीय वन नीति-1998 के अनुसार पर्वतीय भाग में अनिवार्य वन प्रतिशत◆ 60%                         【इस नीति के अनुसार मैदानी भागों में कम से कम 25% जबकि पूरे भारत में न्यूनतम 33% वन होने अनिवार्य है।】 2. सहकारिता विभाग द्वारा जड़ी-बूटी विकास योजना - 1972 से शुरू 3. भेषज सहकारी संघो की स्थापना - 1980 से प्रारम्भ 4. मिश्रित वन खेती मॉडल के जनक जिन्हें वर्ष 2006 में आर्यभट्ट सम्मान से सम्मानित किया गया- रुद्रप्रयाग निवासी जगत सिंह चौधरी "जंगली"। 5. राज्य में वन पंचायतों का सृजन- 1931 से              【9 सदस्यीय वन पंचायत में 4 महिला सदस्यों का होना अनिवार्य है】 6. राज्य में बेलाडोना की खेती- 1903 कुमाऊँ से प्रारम्भ हुई 7. राज्य में औषधीय पदार्थों का संग्रहण - 1982 वन प्रबन्धन अधिनियम से। 8. राज्य में इको टॉस्क फोर्स का गठन- 2008-09 में 9. गोविंद बल्लभ पंत उच्च स्थलीय प्राणी उद्यान - 1995 नैनीताल में स्थापित। 10. शिव की जटा नाम से जाना जाने वाला पौधा- बाँज 11. टाइगर वॉच योजना- 1991-92 में शुरू                (इसी वर्ष हिम तेंदुआ योजना भी शुरू की गई थी।)

उत्तराखंड oneliner

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1. उत्तराखंड में एकमात्र यहूदी पूजा स्थल- ख़्वाद हाउस, मुनि की रेती, ऋषिकेश। 2. ठुलो-डुस्को (ठुलखेल) का सम्बंध है- नेपाल से प्रेरित झोड़ा-चांचरी जो पिथौरागढ़ में आयोजित होता है   (पहाड़ी रामायण में भी इसका प्रतिरूप देखने मिलता है) 3. 1930 नमक आंदोलन के दौरान उत्तराखंड की किस नदी में नमक बनाकर नीलाम किया गया- नून नदी, प्रेमनगर देहरादून के उत्तर में। 4. अकबर के काल मे उत्तराखंड में तांबे की टकसाल थी- हरिद्वार 5. मग़लकालीन थडवाट और बोक्साड के आधुनिक नाम- थडवाट- खटीमा बोक्साड- रुद्रपुर