संदेश

जून 9, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

उत्तराखण्ड की 15 महत्वपूर्ण नहरें

चित्र
1. ऊपरी गंगा नहर - राज्य की सबसे पुरानी नहर जिसका निर्माण 1842 से 1854 के मध्य किया गया था। इस नहर को हरिद्वार के समीप गंगा के दाहिनी ओर से निकाला गया है जो हरिद्वार से कानपुर तक है। 1983 में इसका आधुनिकीकरण किया गया। इस नहर के निर्माण का मुख्य उद्देश्य 1834 में गंगा-यमुना दोआब में फैला भीषण दुर्भिक्ष को कम किया जाना था। 1836 में पी0बी0 काटले ने इस नहर को स्वीकृत किया।  2. निचली गंगा नहर - नरोरा बांध से सेंगर नदी व सेरसा नदी और मैनपुरी जिले के शिकोहाबाद को पार कर आगे बढ़ती है। इसे गंगा नहर की भागनीपुर शाखा कहा जाता है। इसे 1880 में खोला गया। गंगनहर की प्रमुख चार शाखायें देवबंद, अनूपशहर, माट तथा हाथरस के रूप में हैं। इसके निर्माता काटले का आधुनिक भगीरथ के नाम से जाना जाता है। गंगानहर बनने के बाद इसने डाटकाली मंदिर का भी निर्माण करवाया था। हालांकि डाटकाली मंदिर पूर्व में गोरखों द्वारा निर्मित था, जो अलग है।  3. पूर्वी गंगा नहर - भीगगोड़ा से निकली यह नहर चंदोक, नगीना, नजीबाबाद, नहटो, अलवापुर पांच शाखाओं में विभक्त है। इससे हरिद्वार, बिजनौर तथा मुरादाबाद जिलों में सिंचाई होती है। 4.

जनगणना में विभिन्न जिलों की स्थिति परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण

 सर्वाधिक जनसंख्या वाले 4 जनपद  स्थान  जनपद का नाम जनसंख्या  1. हरिद्वार                1890422 2. देहरादून 1696694 3. उधम सिंह नगर 1648902 4. नैनीताल        954605 न्यूनतम जनसंख्या वाले 4 जनपद  स्थान  जनपद का नाम जनसंख्या  1. रुद्रप्रयाग 242285 2. चम्पावत 259648 3. बागेश्वर 259898 4. उत्तरकाशी         330086 सर्वाधिक जनसंख्या घनत्व वाले 4 जनपद  स्थान  जनपद का नाम जनसंख्या घनत्व  1. हरिद्वार 801 2. ऊधम सिंह नगर 649 3. देहरादून  549 4. देहारादून            225 न्यूनतम जनसंख्या घनत्व वाले 4 जनपद  स्थान   जनपद का नाम जनसंख्या घनत्व  1. उत्तरकाशी 41 2. चमोली    49 3. पिथौरागढ़              68 4. बागेश्वर              116 सर्वाधिक  दशकीय वृद्धि  वाले 4 जनपद  स्थान  जनपद का नाम दशकीय वृद्धि दर प्रतिशत में (2001-11) 1. ऊधम सिंह नगर 33.45 2. देहरादून 32.33 3. हरिद्वार          30.63 4. नैनीताल         25.13  न्यूनतम  दशकीय वृद्धि  वाले 4 जनपद  स्थान जनपद का नाम दशकीय वृद्धि द