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साहित्यकार गोविन्द बल्लभ पंत

साहित्यकार गोविंद बल्लभ पन्त का जन्म 1898 में हुआ। श्री पंत जी की प्रथम रचना छात्रावस्था में कहानी के रूप में वाराणसी से निकलने वाले पत्र आज में जुलाई , 1922 को प्रकाशित हुई। ज्ञातव्य हो कि 1920 में वे मेरठ में एक नाटक कम्पनी ‘ व्याकुल भारत ’ के सदस्य बन गये थे , वहीं से लेखन की ओर रूख किया असंख्य कहानियां सरस्वती , संगम , धर्मयुग , आज , हिन्दुस्तान जैसे तत्कालीन पत्र - पत्रिकाओं में समय - समय पर प्रकाशित होती रही। वर्ष 1924 में एकादशी तथा 1931 में संध्यादीप नामक शीर्षक से दो कहानी संग्रह भी प्रकाशित हुए। तीस से अधिक निम्न उपन्यासों की उन्होनें रचना की थी इन्हें 1960 से पहले तथा बाद के दो भागों में विभक्त कर प्रस्तुत किया जा रहा हैः - 1960 से पूर्व के उपन्यास - प्रतिमा , मदारी , जूनिया , तारिका , अनुरागिनी , एक सूत्र , अमिताभ , नूरजहा , चक्रकान्त , मुक्ति के बन्धन , प्रगति की राह , यामिनी , नौजवान , जलसमाधि , फारगेट मी नाट , पर्णा , मैत्रेण , तारों के सपने , कागज