उत्तराखंड के प्रमुख प्राचीन व्यापारिक केंद्र

1. बाड़ाहाट- वर्तमान उत्तरकाशी
          🔤ℹ️  गंगोत्री धाम का मुख्य पड़ाव।  
          🔤ℹ️  हुणदेश से नमक का आयात होता है।

2. कालसी- जौनसार-बावर से इमारती लकड़ी तथा अन्य कृषि उत्पादों की बिक्री का केंद्र।

3. हरिद्वार- सम्पूर्ण पहाड़ी क्षेत्रों का मुख्य बाजार
         🔤ℹ️ गोरखा काल में दास बिक्री का केंद्र
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4. लालढांग- श्रीनगर जाने वाले पैदल मार्ग पर बनी चौकी, व्यापारिक सामग्री का परिवहन केंद्र।
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5. खोहद्वार- नजीबाबाद के आगे एक छोटा गाँव लकड़ी के फाटक लगे हुए थे, जो गढ़वाल से होने वाले मैदानी व्यापार का मुख्य केंद्र था।

6. डाडा-मंडी- गुड़, चना और गाढ़े के कपड़े हेतु प्रसिद्ध।
         🔤ℹ️ वर्तमान पौड़ी में। मकर संक्रांति पर लगने वाले मेले में मुख्य व्यापार होता था।
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7. चिल्कीया- रामनगर के निकट, रामनगर बसने से पूर्व महत्वपूर्ण मंडी यही थी।
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8. कालाढूंगी- हल्द्वानी मंडी से पूर्व प्रसिद्द भाबर की मंडी।
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9. बमौरी- तीस या चालीस झोपड़ियों से युक्त एक गाँव
       🔤ℹ️ शीत ऋतु में पर्वतीय लोग क्रय-विक्रय हेतु यहां आते थे।
       🔤ℹ️ वर्तमान हल्द्वानी शहर की नींव इसी क्षेत्र में है।

10. बरमदेव मंडी- काली-कुमाऊँ परगने की पट्टी तल्ला देश मे स्थित बाजार।
       🔤ℹ️ नेपाली व्यापार का महत्वपूर्ण केंद्र था।
       🔤ℹ️ इसे कत्यूरी शासक ब्रह्मदेव द्वारा बसाया गया था।
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11. झूलाघाट- वर्तमान में भी अतीत की भांति नेपाली व्यापार का महत्वपूर्ण केंद्र, पिथौरागढ़ जिले में है।
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