उत्तराखण्ड के प्रमुख मन्दिर

चार धाम – गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ, और बद्रनाथ

पंचकुण्ड – तण्ड, नारथकुण्ड, सत्यपथकुण्ड, मानुसीकुण्ड, त्रिकोणकुण्ड।

पंचधारा – प्रहलाद धार, कूर्मुधारा, उर्वशीधारा, वसुधारा, भृगुधारा

पंचकेदार – केदारनाथ, तुंगनाथ, मदमहेश्वर नाथ, रुद्रनाथ, कल्पेश्वरनाथ।

पंचबद्री – बद्रीनाथ, आदिबद्री, भविष्यबद्री, वृद्धबद्री, योगध्यानबद्री।

◆◆◆उत्तरकाशी के प्रमुख मन्दिर

1 विश्वनाथ मंदिर – यह मंदिर उत्तरकाशी जपनद से 300 मीटर की दूरी पर भागीरथी नदी के दांए किनारे पर स्थित है।
2 गंगोत्री मन्दिर-: चारों धामों में सबसे कम ऊचांई पर धाम है
3 कण्डार देवी – उत्तरकाशी में स्थित एक प्राचीन मंदिर है।
4 शक्ति मन्दिर – विश्वनाथ मंदिर के साथ ही यह मंदिर भी है इस मंदिर की मुख्य विशेषता इसमें 6 मी. ऊचां एक विशाल त्रिशूल है।
5 यमुनोत्री धाम
6 कचडू देवता
7 पौखू देवता
8 अन्नपूर्णा शक्तिपीठ – यह मंदिर गंगोत्री मंदिर का ही एक हिस्सा है।
9 दुर्योधन मंदिर-
10 परशुराम मंदिर
11 कालिंगानाथ मंदिर
12 लक्षेश्वर मंदिर
13 विश्वेश्वर मंदिर
14 कुट्टीदेवी
15 दत्तत्रेय मंदिर
16 कमलेश्वर मंदिर
17 भैरव मंदिर
18 कण्डारा मंदिर

◆◆◆टिहरी के प्रमुख मन्दिर
1 लक्ष्मण मंदिर –
2 नागटिब्बा मंदिर
3 चन्द्रबदनी – टिहरी मुख्यालय से 8 किमी दूर।
4 कोटेश्वर महाराज
5 राम मंदिर
6 सुरकण्डा देवी
7 कुजांपुरी देवी
8 सेम नागराजा – नागराज का प्रसिद्ध मंदिर है।
9 रथी देवता
10 रघुनाथ मंदिर,
11 नाग मंदिर
12 बिष्णु मंदिर
13 रमणा शक्तिपीठ
15 बुढा केदार
16 पाउकी देवी मंदिर
17 भद्रकाली मंदिर
18 देवप्रयाग – इसे इन्द्रप्रयाग भी कहा जाता है। यहां के प्रमुख मंदिरों में रघुनाथ मंदिर है।

◆◆◆ देहरादून के प्रमुख मन्दिर

1 महासू देवता
चकराता से 110 किमी दूर टोंस नदी के किनारे स्थित हनोल नामक स्थान पर स्थित है। यह मंदिर जौनसार बावर के लोगों का प्रसिद्ध तीर्थस्थल है।
2 सतला देवी
3 टपकेश्वर,
4 झण्डा मेला,
5 हाडकाली मंदिर,
6 बुद्धा टैम्पल
7 लक्ष्मण सिद्धी – चैरासी सिद्धों में से एक है।
8 भरत मंदिर,
9 माल देवता,
10 लाखा मण्डल – महाभारत के समय में लाक्षागृह यहीं पर बनाया गया था इसी कारण यह कई प्रकार की मूर्तियां है। इसे मूर्तियों का भंडार भी कहा जाता है। इस स्थान का सबसे प्रसिद्ध मंदिर शिव मंदिर है।
11 सांई बाबा मंदिर

◆◆◆ हरिद्वार के प्रमुख मन्दिर

1 मंसादेवी
2 चण्डीदेवी
3 भारतमाता मंदिर
4 पिरान कलियार – हजरत अलाउद्दीन अहमद साबिर की दरगाह है।
5 दक्ष मंदिर
6 विलकेश्वर महादेव
7 गंगा मन्दिर
8 मायादेवी मंदिर
9 नीलेश्वर महादेव
10 गायत्री मंदिर
11 कागड़ा मंदिर
12 गौरखनाथ मंदिर
13 रामेश्वर महादेव
14 पावन धाम
15 नारायणबली मंदिर
16 शांतिकुंज – यह गायत्रीतीर्थ के रूप में जाना जाता है इसकी स्थापना 1971 में श्रीराम शर्मा ने की थी

◆◆◆पौड़ी के प्रमुख मन्दिर

1 नीलकण्ट महादेव
2 धारीदेवी
3 ज्वापलादेवी
4 ताड़केश्वर
5 कैलाश निकेतन
6 स्वर्गाश्रम
7 कमलेश्वर (बेकुण्ड चतुर्ददशी),
8 सिद्धबली
9 कालेश्वर,
10 भैरवगड़ी
11 क्यूंकालेश्वर
12 कंडोलियाँ
13 कमलेश्वर मंदिर
14 राजराजेश्वरी देवी
15 शंकरमठ
16 केसोरायमठ मंदिर
17 कंशमर्दनी मंदिर
16 सोमकाभाण्डा
17 कोटमहादेव
18 दुर्गादेवी

◆◆◆ रुद्रप्रयाग के प्रमुख मन्दिर

1 तुगंनाथ – सबसे अधिक ऊचांई पर स्थित मंदिर (3650मी.)
2 मधुमेश्वरनाथ
3 केदारनाथ-: चार धामों में सर्वाधिक ऊचांई पर स्थित धाम केदारनाथ ही है।
4 कार्तिकनाथ
5 त्रिजुकिनारायण
6 कालीमट्ठ – कालीदास का जन्म हुआ था।
7 ओंकारेश्वर
8 कोटेश्वर महाराज
9 महार्षि मन्दिर
10 महासरस्वती मंदिर
11 त्रिंजुकी नरायण
12 हरियाली देवी
13 कण्डोलिया देवता
14 गौरी देवी
15 कैलाश मंदिर
16 अगस्तेश्वर महादेव
17 अर्द्धनारेश्वर मंदिर

◆◆◆चमोली के प्रमुख मन्दिर

1 वृद्धबद्री
2 योगध्यान बद्री
3 बद्रीनाथ-: इस मंदिर का निर्माण महारानी गुलेरिया ने कराया था। महाभारत और पुराणों में इसे बद्रीवन, विशाला बद्रीकात्रम के नाम से जाना जाता था। यह मंदिर नर व नारायण नामक दो पर्वतों के मध्य में स्थित है। इस मंदिर का पुर्ननिर्माण 15वीं शदी में राजा अजयपाल के समय हुआ। शीतकाल में बद्रीनाथ महाराज की डोली जोशीमठ के नरसिंह मंदिर में रखी जाती है। यहां के पुजारी द. भारत के रावल होते है।
ऊचांई – 3133 मी
राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 58 पर
4 लोकपाल
5 नरसिहंदेव
6 आदिबद्री
7 भविष्यबद्री
8 कर्ण मंदिर
9 अनुसूया देवी
10 हेमकुण्ड
11 वासुदेव मंदिर – जोशीमठ में
12 नवदुर्गादेवी
13 विष्णु मंदिर
14 उमादेवी
15 गोपीनाथ मंदिर
16 लव-कुश मंदिर
17 चण्डिका मंदिर
18 गौरी शंकर मंदिर
19 घण्टाकर्ण मंदिर
20 लाटुदेवता मंदिर – वाणा गांव में स्थित है। इस मंदिर के कपाट एक ही दिन खुलते है और उसी दिन बंद हो जाते है। यहां पर पुजारी आंखों में पट्टी बाध कर पूजा करते है।
21 मातामूर्ति देवी मंदिर
22 अंजनी माता मंदिर
23 कालेश्वर का कालभैरव मंदिर

◆◆◆नैनीताल के प्रमुख मन्दिर
1 नेनादेवी – इस मंदिर का निर्माण मोती रामशाह ने कराया था।
2 गार्जीया
3 सीमावनी
4 ग्वेलदवता
5 कैंचीधाम-: यह नीम करोली महाराज द्वारा बनाया गया था।
6 हनुमानवनी-: ऊधम सिंह नगर के प्रमुख मन्दिर
1 बाला सुन्दरी (चैती का मंनिद)
2 नानकमता मंदिर
3 अटारीया देवी
4 द्रोण सागर
5 गिरिताल मंदिर
6 मोटेश्वर मंदिर

◆◆◆चम्पावत के प्रमुख मन्दिर
1 देवीधुरा
2 पूर्णागिरी मंदिर
3 बालेश्वर
4 रीटासाहेब मंदिर
5 बाणासूर
6 एकहत्यानोला
7 नागनाथ
9 मायावती आश्रम
10 बाराहिल मंदिर
11 ग्वाल देवता
12 घटोत्कच का मंदिर
13 पाताल रूद्रेश्वर गुफ्फा
14 नरसिंहदेव मंदिर
15 हिगंलादवी मंदिर
16 चैमुंह मंदिर
17 मल्लाणेश्वर मंदिर
18 चंपावती दुर्गा मंदिर
19 तारकेश्वर मंदिर
20 हिड़िम्बा देवी मंदिर
21 क्रातेश्वर महादेव

◆●◆अल्मोड़ा के प्रमुख मन्दिर
1 नंदादेवी – इस मंदिर का निर्माण चंद शासक ज्ञानचंद ने कराया था।
2 कसारदेवी
3 विनसर महादेव मंदिर
4 कोटमाई मंदिर
5 सोमेश्वर मंदिर
6 द्रोणपूरी मंदिर
7 रामशिला मंदिर
8 जागेश्वर मंदिर धाम
राज्य का सबसे बड़ा मन्दिर समूह।
9 सूर्य मंदिर (कटारमल)
10 गणनाथ गुफ्फा
11 दुना मंदिर
12 द्वाराहाट – इसे मंदिरों की नगरी व हिमालय की द्वारिका कहा जाता है। यहां के मंदिरों का निर्माण कत्यूरी राजाओं के द्वारा कराया गया। द्वाराहाट के प्रमुख मंदिर गूजरदेव, वैरुणती मंदिर आदि है।
13 सोमनाथ
14 जाखनदेवी मंदिर
15 विभाण्डेश्वर,
16 पुस्यमाता मंदिर – जागेश्वर में
17 वीरणेश्वर मंदिर
18 चीतल मंदिर
19 मल्लिका देवी मंदिर
21 स्याही देवी मंदिर
22 गोलु देवता (न्याय का देवता)-: इसे न्याय का देवता कहा जाता है इस स्थल को प्रमोच्च न्यायालय माना जाता है।
23 भूमियां मंदिर
24 कुश्ती माता मंदिर
25 त्रिपुरा देवी मंदिर
26 सल्ट महादेव मंदिर
27 दिनदेश्ववारा मंदिर – जागेश्वर में
28 कालिका मंदिर
29 झूलादेवी मंदिर
30 मनकामेश्वर मंदिर

◆◆◆बागेश्वर  के प्रमुख मन्दिर
1 चन्दे्रका मंदिर
2 बेजनाथ मंदिर – पुराना नाम बैद्यनाथ
3 कोटभवरी मंदिर
4 बागनाथ मंदिर

◆◆◆पिथौरागढ़  के प्रमुख मन्दिर
1 पाताल भूवनेश्वर – पाताल भूवनेश्वर गुफा के अन्दर यह स्थित है।
2 छीपला केदार
3 ध्वज मंदिर
4 नारायण आश्रम
5 रामेश्वर मंदिर
6 अर्जूनेश्वर
7 कल्पेश्वर
8 थलकेदार
9 उल्का देवी
10 कामाख्या देवी
11 जयन्ती मंदिर
13 बेरीनाग
14 उमादेवी
15 चणाक मंदिर
16 हाटकालिका मंदिर – यह एक रहस्यमयी मंदिर है।
17 महाकालिका मंदिर
18 जसूरचुला मंदिर,
19 देवलसमेत मंदिर
20 चमुण्डा देवी मंदिर
21 अशुरचुला मंदिर
22 त्रीकोट मंदिर


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