प्राचीन उत्तराखण्ड परीक्षा दृष्टि से महत्वपूर्ण 10 प्रश्न
1. मोरध्वज का उत्खनन 1887 में ए.एम. मरखम द्वारा किया गया।
2. राय बहादुर दयाराम साहनी द्वारा उत्तराखण्ड के मंदिरों का अध्ययन 1919-20 में किया था।
3. अलकनन्दा घाटी में पाषाणयुगीन उपकरणों की खोज 1980 गढ़वाल विश्वविद्यालय द्वारा की गई।
4. पुरोला, यमुना घाटी में उत्खनन एवं धूसर मृदभाण्ड इत्यादि की खोज 1979 गढ़वाल विश्वविद्यालय द्वारा की गई।
5. द्वाराहाट, अल्मोड़ा में शैल चित्रांकन की खोज 1877 रिवेट-कार्नक द्वारा की गई।
6. मलारी शवाधानों की खोज 1956 डाॅ शिव प्रसाद डबराल द्वारा की गई।
7. देवढुंगा ग्राम में पर्वतीय पुरातत्व ईकाई ने इष्टका वास्तु की खोज 1982-83 में 1987-88 में यहां का उत्खनन गढ़वाल विश्वविद्यालय द्वारा किया गया।
7. 1856 में देवीधुरा की समाधियाँ खोजने वाले हेनवुड को राज्य में पुरातत्व का जनक कहा जाता है।
8. यौधेय मुद्रायें 1936 जौनसार-बावर से खोजे गये।
9. गोविषाण से सिक्कों की खोज 1960 में के0पी0 नौटियाल ने किया।
10. अल्मोड़ा में सिक्कों की खोज दिसम्बर, 1975 में हुई।
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