उत्तराखण्ड के राजकीय चिह्न

राजकीय चिह्न- तीन चोटियों पर गंगा की चार लहरें व बीच में अशोक की ललाट व नीचे सत्यमेव जयते लिखा है।

राजकीय पशु- कस्तूरी मृग (1972 से संरक्षित )

राजकीय पक्षी- मोनाल (हिमालय का मोर कहा जाता है)

राजकीय पुष्प- ब्रह्म्रकमल (यहां इसकी 24 प्रजातियां पाई है जबकि विश्व में 210 प्रजातियां पाई जाती है स्थानीय नाम कौलपदम है महाभारत के वन पर्व में इसे सौगन्धिक पुष्प कहा गया है।)

राज्य खेल- फुटबाॅल (2011 से)

राज्य वृक्ष- बुरांश (1974 से संरक्षित घोषित)

राज्य वाद्य यंत्र- ढोल (2015 से)

राजकीय फूल दिवस- फूलदेई पर्व पर

राजकीय फल- काफल

राजकीय तितली- पश्चिमी हिमालयी काॅमन पिकाॅक


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