पूर्व परीक्षाओं पर पूछे गये हिन्दी के प्रश्न
1. निम्न में से ‘तुम चंदन हम पानी’ निबन्ध-संग्रह के निबंधकार कौन है ?
(A) देवेन्द्र सत्यार्थी
(B) हजारी प्रसाद द्विवेदी
(C) जैनेन्द्र
(D) विद्यानिवास मिश्र
उत्तर-D विद्यानिवास मिश्र।
व्याख्या- हिन्दी साहित्य जगत को अपने ललित निबधों की
चंदन-सी खुशबू से महकाने वाले पंडित विद्यानिवास मिश्र ने खुद को हमेशा पानी माना
और कागज की शिला पर अपनी कलम को चंदन की तरह घिसते रहने वाला विनम्रता एवं विद्वता
का यह वट वृक्ष आज हमारे बीच नहीं है।
2. निम्नलिखित में से ‘तत्सम’ शब्द है-
(A) कपूर
(B)अश्रु
(C) हाथ
(D) पत्थर
उत्तर-B अश्रु
व्याख्या- तत् का अर्थ -‘उसके’ तथा सम का अर्थ- समान अर्थात जिन शब्दों को
संस्कृत से बिना किसी परिवर्तन के ले लिया जाता है उन्हें तत्सम शब्द कहते है, इनमें ध्वनि परिवर्तन नहीं होता है।
3. संविधान के किस अनुच्छेद में हिन्दी को भारत
संघ की राजभाषा कहा गया है ?
(A) 111 (2)
(B)348
(19)
(C) 343 (1)
(D) 56 (5)
उत्तर-C 343 (1)
व्याख्या- संध की राजभाषा हिन्दी और लिपी देवनागरी होगी, संध के शासकीय प्रयोजनों के लिए प्रयोग होने
वाले अंकों का रूप भारतीय अंकों का अंतर्राष्टीय रूप होगा।
4.
‘सादृश्य के कारण एक वस्तु को दूसरी वस्तु मान
लेना’ किस अलंकार का लक्षण है ?
(A) यमक
(B)दृष्टान्त
(C) विषम
(D) भ्रांतिमान
उत्तर-D भ्रांतिमान अंलकार।
व्याख्या- जब किसी पद के किसी सादृश्य विशेष के कारण
उपमेय (जिसकी तुलना की जाए) में उपमान (जिससे तुलना की जाए) का भ्रम उत्पन्न हो
जाता है, तो वहां भ्रांतिमान अंलकार माना जाता है।
5. सूरदास किस काल के कवि थे ?
(A) रीतिकाल
(B)भक्तिकाल
(C) आधुनिक काल
(D) वीरगाथा काल
उत्तर-B भक्तिकाल
व्याख्या- सूरदास भक्तिकाल के कवि थे, सामान्यतः सूरदास द्वारा रचित पॉच ग्रथ बताए
जाते है- सूरसागर, सूर सारावली साहित्य लहरी, नलदयंती और ब्याहलो, सूरदास जन्म से ही अंधे थे, इस कारण उन्हें उनके परिवार ने छोड दिया था।
6.
‘खेत रहना’ का अर्थ ।
(A) खेत में निवास करना
(B)खेती करना
(C) खेत को उधार में देना
(D) मारा जाना
उत्तर-D मारा जाना।
व्याख्या- 1-आज
देश के अंदर कोरोना चल रहा है, कोरोना
से लड़कर भारत के कई लोग खेत रहे।
2- जब भारत पाकिस्तान का युद्ध हुआ तो हजारों
सैनिक खेत रहे।
7.
‘यशोगान’ का संधि विच्छेद है-
(A) यश + गान
(B)यशः + गान
(C) यः + गान
(D) यशा + गान
उत्तर-B यशः + गान।
व्याख्या- यशोगान का संधि-विच्छेद यशः+गान होगा जो विसर्ग सन्धि का उदाहरण है। दो वर्णों के मेल
से उत्पन्न विकार को व्याकरण में संधि कहते है। सरल शब्दों में कहे तो दो
निर्दिष्ट अक्षरों के पास-पास आने के कारण, उनके संयोग से जो विकार उत्पन्न होता है, उसे संधि कहते है। संधि तीन प्रकार की होती है-1 स्वर संधि 2. व्यंजन
संधि 3. विसर्ग संधि।
8.
‘पयस्विनी’ का पर्यायवाची शब्द है-
(A) नदी
(B)पानी
(C) चरण
(D) दामिनी
उत्तर-A नदी।
व्याख्या- पयस्विनी शब्द का अर्थ सफेद होता है। यहां यह
नदी के पर्यायवाची के रूप में प्रयुक्त हुआ है। चित्रकूट में बहने वाली एक पवित्र
नदी का नाम भी पयस्विनी है। यह भी जानने योग्य है कि कवि चन्द्र कुंवर बर्त्वाल की
एक रचना का नाम भी पयस्विनी है।
9. निम्न में से ‘एकमात्र सहारा’ अर्थ किस मुहावरे का है ?
(A) आँखों का तारा होना
(B)अंधे की लकड़ी होना
(C) अंग-अंग फूले न समाना
(D) अपने पैरों पर खड़े होना
उत्तर-B अंधे की लकड़ी होना।
व्याख्या- उदाहरणों से समझें-
1- राम ही अब अपनी मॉ की अंधे की लाठी बना हुआ है।
2-अपने पिता की मृत्यु हो जाने पर राहुल का भाई
ही उसकी अंधे की लाठी बनकर रहा।
10.
‘वृक्ष से पत्ते गिरते हैं।’ वाक्य में ‘से’ परसर्ग चिह्न किस कारक का है ?
(A) कर्म
(B)करण
(C) अपादान
(D) अधिकरण
उत्तर- B अपादान ।
व्याख्या- जब संज्ञा या सर्वनाम के किसी रूप से किन्ही
दो वस्तुओं के अलग होने का बोध होता है तब वहा अपादान कारक होता है।
11.
‘हिंसक’ विशेषण से बनी भाव वाचक संज्ञा है दृ
(A) हिंसा
(B)अहिंसा
(C) लड़ाई
(D) युद्ध
उत्तर-A हिंसा।
व्याख्या- हिन्दी में विशेषण शब्द हिंसक का विशेष्य =
हिंसा होता है। कई बार परीक्षा में ये हिंसा विशेष्य शब्द और हिंसक विशेषण शब्द को
एक दुसरे के लिए पूछा जाता है, याद
रखे हिंसा एक विशेष्य(संज्ञा) शब्द होता है जबकि हिंसक उसका विशेषण शब्द होता है, इसको उल्टा यानी हिंसक विशेषण शब्द का विशेष्य
शब्द क्या होता है, ऐसा पूछने पर उत्तर हिंसा विशेष्य शब्द होगा।
12. संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्द
कहलाते हैं
(A) वचन
(B)लिंग
(C) कारक
(D) सर्वनाम
उत्तर-D सर्वनाम ।
व्याख्या-
संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्द को सर्वनाम कहते है, संज्ञा की पुनरूक्ति न करने के लिए सर्वनाम का
प्रयोग किया जाता है।
13. गुण, दोष, रंग, आकार, दशा आदि का बोध कराने वाले विशेषण कहलाते हैं।
(A) गुण वाचक
(B)परिमाण वाचक
(C) संकेत वाचक
(D) संख्या वाचक
उत्तर-A गुण वाचक।
व्याख्या-
जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम के गुण, दोष, दशा, अवस्था, रंग, आकार आदि का बोध कराते है, उन्हें गुणवाचक विशेषण कहते है।
14.
‘संस्कृति’ का विशेषण है।
(A) संस्कृत
(B)सांस्कृति
(C) संस्कृति
(D) सांस्कृतिक
उत्तर-D सांस्कृतिक।
व्याख्या- संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताने वाले शब्द
को विशेषण कहते हैं। संस्कृति संज्ञा शब्द है एवं संस्कृति शब्द का विशेषण
सांस्कृतिक है।
15.
‘विस्मय’ स्थायी भाव किस रस में होता है ?
(A) हास्य
(B)अद्भुत
(C) शांत
(D) विभत्स
उत्तर-B अद्भुत।
व्याख्या- इसका स्थायी भाव आश्चर्य है, जब किसी जीव के मन में विचित्र या आश्चर्यजनक
वस्तुओं को देखकर जो विस्मय आदि का भाव उत्पन्न होता है, उसे अद्भुत रस कहा जाता है।
16.
‘से’ (अलग होना) चिह्न कौन से कारक का है ?
(A) सम्प्रदान
(B)अपादान
(C) सम्बन्ध
(D) अधिकरण
उत्तर-B अपादान।
व्याख्या- संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से अलग होना
उत्पन्न होना डरना,दूरी, लजाना, तुलना करना आदि का पता चला है, उसे अपादान कारक कहते है, इसका विभक्ति चिन्ह से होता है।
17. स्वयं, अपने आप, अपना सर्वनाम हैं-
(A) प्रश्न वाचक
(B)पुरुष वाचक
(C) निज वाचक
(D) सम्बन्ध वाचक
उत्तर-C निज वाचक।
व्याख्या- जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग कर्ता के साथ
अपनेपन का ज्ञान कराने के लिए किया जाए, उन्हें निजवाचक सर्वनाम कहते है, आप शब्द का प्रयोग पुरूषवाचक तथा निजवाचक
सर्वनाम-दोनों में होता है।
18. रामधारी सिंह दिनकर की रचनाएँ हैं
(A) अंधायुग, कनुप्रिया, सातगीत वर्ष
(B)रेणुका, कुरुक्षेत्र, रश्मिरथी
(C) शिल्पी, अतिमा, लोकयतन
(D) युगधारा, प्यासी पथराई आँखे, भस्मांकुर
उत्तर-B रेणुका, कुरूक्षेत्र,रश्मिरथी।
व्याख्या-
रेणुका (1935), कुरूक्षेत्र (1946),रश्मिरथी।
रामधारी सिंह दिनकर (23 सितम्बर 1908-24 अप्रैल 1974) हिन्दी के एक प्रमुख लेखक, कवि व निबन्धकार थे। वे आधुनिक युग के श्रेष्ठ
वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं। राष्ट्रवाद अथवा राष्ट्रीयता को इनके काव्य
की मूल-भूमि मानते हुए इन्हे युग-चारण व काल के चारण की संज्ञा दी गई है। दिनकर
स्वतन्त्रता पूर्व एक विद्रोही कवि के रूप में स्थापित हुए और स्वतन्त्रता के बाद
राष्ट्रकवि के नाम से जाने गये। वे छायावादोत्तर कवियों की पहली पीढ़ी के कवि थे।
इन्हीं दो प्रवृत्तियों का चरम उत्कर्ष हमें उनकी कुरुक्षेत्र और उर्वशी नामक
कृतियों में मिलता है।
19.
‘शेखर एक जीवनी’ किस लेखक की रचना है ?
(A) प्रेमचन्द
(B)मन्नू भण्डारी
(C) मालती जोशी
(D) हीरानन्द सच्चिदानन्द वात्सायन ‘अज्ञेय’
उत्तर-D हीरानन्द सच्चिदानन्द वात्सायन ‘अज्ञेय’।
व्याख्या- शेखर एक जीवनी हीरानन्द सच्चिदानन्द वात्सायन ‘अज्ञेय’ का मानोविश्लेषणत्मक उपान्यास है, इसके दो भाग है, प्रथम भाग का प्रकाशन 1941 में तथा दुसरा 1944 में हुआ, इसमें अज्ञेय ने बालमन पर पडने वाले काम, अहम और भय के प्रभाव तथा उसकी प्रकृति पर
मनोवैज्ञानिक ढंग से विचार किया है।
20.
‘मैथिल कोकिल’ किसे कहा जाता है ?
(A) विद्यापति
(B)चंदबरदाई
(C) अमीर खुसरो
(D) हेमचन्द्र
उत्तर-A विद्यापति।
व्याख्या- विद्यापति(1352-1448 ई0 )मैथिल और संस्कृत कवि, संगीतकार, लेखक, दरवारी और राज पुरोहित थे, वह शिव के भक्त थे लेकिन उन्होंने प्रेम गति और
भक्ति वैष्णव गीत भी लिखे, उन्हें मैथिल कवि कोकिल के नाम से जाना जाता
है।
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