उत्तराखण्ड के प्रतीक चिन्ह
उत्तराखण्ड के प्रतीक चिन्ह
राजकीय चिन्ह
|
एक गोलाकार मुद्रा में तीन पर्वतों की एक श्रृंखला है तथा उसके नीचे गंगा की चार लहरों को दर्शाया गया है। बीच में स्थित छोटी अन्य दोनों चोटियों से ऊँची है और उसके मध्य में अशोक की ललाट अंकित है। अशोक की ललाट नीचे सत्यमेव जयते लिखा गया है। (इसका निर्माण जगमोहन रौतेला ने किया था।)
|
राजकीय पशु
|
कस्तूरी मृग (1972 से संरक्षित)
|
राजकीय पक्षी
|
मोनाल (हिमालय का मोर कहा जाता है) यह नेपाल का राष्ट्रीय पक्षी भी घोषित है।
|
राजकीय पुष्प
|
ब्रह्मकमल (यहां इसकी 24 प्रजातियां पाई जाती है जबकि विश्व भर में 410 प्रजातियां पाई जाती है। 【स्थानीय नाम कोलपदम है। महाभारत के वन पर्व ने इसे सौगंधिक पुष्प कहा गया है।】
|
राज्य खेल
|
फुटबाल
|
राज्य वृक्ष
|
बुरांश {इसे 1974 से संरक्षित घोषित किया गया है}
|
राज्य वाद्य यंत्र
|
ढोल
|
राजकीय फूल दिवस
|
फूलदेई पर्व पर
|
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें