जॉन मैकिनन

वैसे तो आप सब वाकिफ होंगे कि मसूरी की खोज 1823 में कैप्टेन यंग ने की थी। उन्होंन शिकार के उद्देश्य से सर्वप्रथम कैमल्स बैक पहाड़ी पर मसूरी का पहला मकान तैयार किया था। स्थानीय तौर पर मंसूर नामक पौधे के कारण इसका नाम मसूरी पड़ा। मसूरी का इतिहास किसी और दिन देखेंगे आज चलते है एक ऐसे व्यक्ति की ओर जिसे मक्खन साहब या 'The Father Of Mussoorie' नाम से जाना जाता है। बहुत ज्यादा विस्तार में तो नहीं किन्तु सलंग्न फ़ोटो में इनका परिचय पढ़ें जिसमें काम योग्य वस्तु हाईलाइट की गई है।

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