टिहरी रियासत से कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तरी।

★ वीर गब्बर सिंह नेगी (विक्टोरिया क्रॉस) का स्मारक- 1925 चम्बा, टिहरी में ये प्रथम विश्व युद्ध के वीर थे। (नरेंद्र शाह द्वारा बनवाया गया।)

पांच भाई कठैतों का सम्बंध- फतेहशाह के समय से है, जो उनके मामा थे। (गढ़वाल में स्यून्दी-सुपु और चुल कर इनके द्वारा ही शुरू किया गया।)

सिक्ख गुरु रामराय को देहरादून में भूमि दान देने वाले शासक- फतेहशाह।

गढ़वाल का स्वर्णकाल- फतेहशाह के काल को ही कहा जाता है। इसके काल में रतन कवि ने फतेह प्रकाश, कविराज सुखदेव ने वृत कौमुदी तथा वृत विचार ग्रंथो की रचना की।

★ फतेहशाह प्रथम गढ़वाली शासक थे जिन्होंने राज्य में नवरत्न व्यवस्था शुरू की।

★ तिहाड़ कर के विरोध में सकलाना (अठुर) विद्रोह का नेतृत्व- श्री बद्री सिंह असवाल (1851)
(इसके बाद बारह आना बीसी नियम की शुरुआत 1861 में हुई।)

★  पाला विसाऊ नामक कर की समाप्ति का श्रेय- लछम सिंह कठैत (लछमू) (प्रताप शाह के समय)

★  उचित लेन-देन व्यवस्था हेतु बैंक ऑफ गढ़वाल का सृजन- महाराजा कृति शाह द्वारा।
          (© इन्होंने 1891 में महारानी विक्टोरिया की हीरक जयंती के स्मारक के रूप में घण्टाघर टिहरी का निर्माण करवाया।
          © गंगोत्री व यमुनोत्री मार्ग पर  चिकित्सालय बनवाये।
          © गड़वाली सैपर्स नामक पलटन का सृजन किया। )

टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

उत्तराखंड के लेखक और उनकी प्रमुख पुस्तकें- भाग-1

कुमाऊँनी मुहावरे और लोकोक्तियाँ भाग-01

उत्तराखण्ड भाषा का विकास भाग-02 गढ़वाली भाषा