आज के टाॅप 40 प्रश्न (6)
- कुली बेगार का सर्वप्रथम विरोध किया गया- 1840 लोहाघाट सैन्य छावनी में।
- हिल मोटर ट्रांसपोर्ट कंपनी की स्थापना- 1920, मुंशी लालता प्रसाद टम्टा द्वारा अल्मोड़ा में।
- राज्य में प्रथम संस्कृत महाविद्यालय- 1887, क्युकालेश्वर, पौड़ी में खोला गया
- गोविंद बल्लभ पंत द्वारा 1912 में प्रथम मुकदमा किसका लड़ा गया- कुंज बिहारी शर्मा का
- जलियावाला बाग के अवसर पर उत्तराखंड में लगने वाला मेला- थल मेला (13 अप्रैल,1940 से शुरू)
- गुरू राम राय का देहरादून आगमन वर्ष- 1676
- वह दर्रा जिससे होकर तैमूर ने देहरादून में आक्रमण किया था- मोहंड दर्रा
- कटोलगड़ का किला कहाँ है.. चम्पावत (सबसे प्राचीन)
- सोल घाटी- चमोली
- अल्मोड़ा डिबेटिंग क्लब की स्थापना- 1870 भीमसेन (चंदवंशीय)
- उत्तराखंड में पुरातत्व का जन्मदाता- हैनवुड
- गांव बचाओ आन्दोलन- डॉ. अनिल जोशी (इनका सबन्ध कोटद्वार,पौड़ी) इन्हें 2006 में पदम् श्री दिया गया।
- बाजपुर का पुराना नाम- मुडिया
- लछमिना, कपीना बाग किस शासक ने बनवाये- रुद्रचन्द
- निजमुला घाटी- चमोली
- किमसेण झरना कहाँ स्थित है- धारचूला
- श्रीदेव सुमन का वास्तविक तथा साहित्यिक नाम- क्रमश: श्री दत्त बड़ौनी & सुमन सौरभ
- कुमाऊँ केशरी बद्री दत्त पांडेय का जन्मस्थान- कनखल, हरिद्वार
- खतलिंग ग्लेशियर की खोज का श्रेय- इंद्रमणि बड़ौनी को (केदार नर्तक भी थे इन्हें उत्तराखंड का गांधी कहा जाता हैं)
- भुवनेश्वरी महिला आश्रम के वर्तमान प्रमुख- सिरिल रैफियल
- इलाहाबाद हाइकोर्ट द्वारा कुली बेगार पर प्रतिबंध- 1904 में
- The forest Problem of Kumaun पुस्तक के लेखक- पं. गोविंद बल्लभ पंत।
- 1857 के विद्रोह के समय कुमाऊँ कमिश्नर- हेनरी रैम्जे(1856-1884)
- सस्त्रबाहु कुंड कहाँ है- बड़कोट, उत्तरकाशी
- शंकराचार्य के शिष्य जो उनके बाद ज्योतिर्मठ के स्वामी बने- तोटकाचार्य स्वामी
- मनणा बुग्याल- रुद्रप्रयाग
- शहीद दुर्गामल योगा पार्क- गढ़ीकेंट (देहरादून)
- गढ़वाल का पहला संगठन- गढ़वाल यूनियन, 1901 तारा दत्त गैरोला, गिरिजा शंकर गैरोला द्वारा।
- कुमाऊं में प्रथम गोरखा सूबेदार- जोगा मल्ल
- बघाणगढ़ का युद्ध- 1581, बलभद्रशाह तथा रुद्रचन्द के सेनापति पुरुषोत्तम पन्त के मध्य।
- कुमाऊँ में मोटर यातायात की शरुआत- 1915, नैनीताल से काठगोदाम के मध्य
- ट्रेल द्वारा कुमाऊँ को बांटा गया- 26 परगनों में
- चानमारी क्या था- 1857 विद्रोह के समय विद्रोहियों को ऊँची पहाड़ियों से नदी में धकेल देना।
- उरेडा (UREDA) की स्थापना हुई- 2001(मुख्यालय- देहरादून)
- THDC का मुख्यालय- ऋषिकेश
- शिव की संग्राहक मूर्ति पाई गई हैं- लाखामण्डल (इसके अलावा यहां से गणेश की मोर पर सवार मूर्ति भी प्राप्त हुई हैं)
- टिहरी बांध से उत्तराखण्ड को प्राप्त रॉयल्टी प्रतिशत- 12%
- पंडिकेश्वर ताम्रपत्रों में उल्लिखित तंगणपुर की वर्तमान स्थिति- मुनस्यारी
- तराई-भाबर कुमाऊँ में शामिल किये गए- 1842
- उत्तराखंड में पूर्णतः दासता का अंत कब और किसने किया- 1836, कुमाऊँ कमिश्नर ले. जॉर्ज गोवन
धन्यवाद sir🙏
जवाब देंहटाएंThnku
जवाब देंहटाएंThnku so much
जवाब देंहटाएंSarahniy prys
जवाब देंहटाएंभयंकर👌
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